विवेकानंद जी :-
मैं अपनी भारत माता को अपने मन की आखों से देख रहन हूँ आ
" भारत" देश विश्व के मानस पटक पर विश्व गुरु पद आसीन है ।
भारत विश्व गुरु के पद असिन होगा इस मे तनिक भी संदेह नही है .भारत को विश्व गुरु बनाने मे पूज्य गुरु देव आश्रम जी बापू का भी महत्वपूरण सहयोग है .
पूज्य बापू जी ने भारत के सर्वांगिक उन्नति का संकल्प करते हुए कई बार यह कहाँ है की सन 2011 मे भारत विश्व गुरु पद के लिए करवट लेगा . सचमुच अब तो अमेरिका की एक संस्था global governance 2025 है उसने भी अधिकारी रूप से ये घोषणा कर दी है आज भारत विश्व की 3 महाशक्ति बन चूका है . इस सरकारी संस्था ने विश्व के समस्थ देशो की आर्थिक ,सामाजिक , अवं संय समता का आंकलन करने के बाद यह रिपोर्ट ओपचारिक रूप से जरी कर दी है . यह भी बतया है की सन 2025 तक तक तो भारत की शक्ति और भी बुलंद हो जाएगी .बापू जी कहते है की 2015 मे ही असा हो जायेगा . बापू जी कहते है की भारत 2015 चमके गा।
सचमुच संतो दुवारा किया गया संकल्प क्या नही कर सकता .हमारे ग्रंथो मे इस लिए संतो को त्रिकाल ज्ञानी कहाँ गया है . अब वो दिन भी ज्यादा दूर नही जब भारत की भी हम विश्गुरु पद पर असीं देखें गे .
भारत को विखंडित करने की असमाजिक रोज नए नए षडियंत्र चला कर भारत को कमजोर करने का भरपूर प्रयास कर रहीं है .
पश्चिमी देशो ने भारत के युवाओ को शक्तिहिन् बनाने के लिए वेलेन्टाई डे नमक मायावी राक्षश को यहाँ भेजा . लेकिन बापू जी ने 14 feb के इस डे को माता पिता पूजन दिवस के रूप मे बदल कर हमारी ऋषियों की संस्कृति की और मजबूत कर दिया .
इतना ही नही सम्पुरण भारत के 18 राज्यों मे 110 युवा सेवा संस्थानों की भी सथापना कर दी है .इन 110 संस्थानों से 20 हजार से भी अधिक युवा जुड़े है .जो रात दिन सेवा कार्य मे लगे है .
विदेशी ताकतों ने भारत के बाल चरित्र को ख़राब करने व् रीड को तोड़ने के लिए हिंसात्मक फिल्मे भारत भेजी ताकि उन्हें देख कर भारत के बच्चे अमेरिकन बच्चो जैसे हिंसक और अश्लील हो जायें,पर पूज्य आश्रम बापू जी ने भारत मे कोने कोने मे 17 हजार बल संस्कार केंद्र की सथापना कर दी . इन बल संस्कारो मे मे 15 लाख बच्चे से भी जादा भारतीय संस्कृति की शिक्षा पा रहे है .
विदेशी ताकतों ने call center के माध्यम से भारत की नारीओं का शोषण करना चाहते है लकिन पूज्य जी ने कई महिला उथान मंडल और महिला आश्रम खुलवा दियें .
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें